घड़ी के काटा – सुवा गीत Ghadi Ke Kata Suwa Geet Lyrics | Kanchan Joshi CG Song

🎵घड़ी के काटा – सुवा गीत🎵
🌺Ghadi Ke Kata Lyrics🌺
🌷Suwa Geet Lyrics🌷
  • गीत : घड़ी के काटा-सुवा गीत
  • स्वर : कंचन जोशी
  • गीत : दिलीप पटेल
  • संगीत : विवेक शर्मा
  • लेबल : क्रिएटिव विज़न 

स्थायी

तरी हरि नाना मोर नाना सुवाना वो

तरी हरि ना मोरे नाना

घड़ी के काटा

तरी हरि नाना मोर नाना सुवाना वो

तरी हरि ना मोरे नाना

घड़ी के काटा

घड़ी के काटा ठहर जा रे

जा मोर सुवाना शहर जा रे

घड़ी के काटा ठहर जा रे

जा मोर सुवाना शहर जा रे

जा के पता ठिकाना ले के तैं आना 

आरो नई मिले धनी के मोर

जा के पता ठिकाना ले के तैं आना 

आरो नई मिले धनी के मोर

तरी हरि नाना मोर नाना सुवाना

तरी हरि ना मोरे नाना

अंतरा 1

बच्छर पहा हे कहां मेर धंधा गे

आरो नई मिले धनी के मोर

का मोहनी पा के कहा मेर लुका के 

सुध नई लेवै कभु तो मोर

घड़ी के काटा ठहर जा रे

जा मोर सुवाना शहर जा रे

घड़ी के काटा ठहर जा रे

जा मोर सुवाना शहर जा रे

जा के पता ठिकाना ले ले के तैं आना

आरो नई मिले धनी के मोर

तरी हरि नाना मोर नाना सुवाना

तरी हरि ना मोरे नाना

तरी हरि नाना मोर नाना सुवाना

तरी हरि ना मोरे नाना



अंतरा 2

पारा मोहल्ला मोर देवत हे ताना

देवत हे चारी घरो घर मोर

जउहर भईगे दीदी बईरी जमाना 

ओखी लगा के उड़ावत हे शोर

ओखी लगा के उड़ावत हे शोर

घड़ी के काटा ठहर जा रे

जा मोर सुवाना शहर जा रे

घड़ी के काटा ठहर जा रे

जा मोर सुवाना शहर जा रे

जा के पता ठिकाना ले ले के तैं आना

आरो नई मिले धनी के मोर

जा के पता ठिकाना ले ले के तैं आना

आरो नई मिले धनी के मोर

तरी हरि नाना मोर नाना सुवाना वो

तरी हरि ना मोरे नाना

घड़ी के काटा

तरी हरि नाना मोर नाना सुवाना वो

तरी हरि ना मोरे नाना

घड़ी के काटा

घड़ी के काटा मोर ठहर जा रे

जा मोर सुवाना शहर जा रे

घड़ी के काटा मोर ठहर जा रे

जा मोर सुवाना शहर जा रे

जा के पता ठिकाना ले के तैं आना

आरो नई मिले धनी के मोर

जा के पता ठिकाना ले के तैं आना

आरो नई मिले धनी के मोर

तरी हरि नाना मोर नाना सुवाना

तरी हरि ना मोरे नाना

तरी हरि नाना मोर नाना सुवाना

तरी हरि ना मोरे नाना



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