लिमवा के पाना कुंवर – दुकालू यादव | Limwa Ke Pana Lyrics | Dukalu Yadav Jas Geet Lyrics

🌻लिमवा के पाना कुंवर🌻
🌺 Limwa Ke Pana Lyrics🌺
🌷 Dukalu Yadav Jas Geet🌷
    • गीत : लिमवा के पाना कुंवर
    • गायक : दुकालू यादव
    • गीतकार : अजय उस्ताद
    • संगीतकार : रामकुमार साहू
    • लेबल : केके कैसेट
 

 

स्थायी
लिमवा के पाना कुंवर, लगे हे सेजरिया सुग्घर
हो निंदरी भांजौ दाई मन भर ,आये हन तोर सेवा बर
ऐ मैया ओ तोर जस गावत हौ, मै हर तोला मनावत हौ
लिमवा के पाना कुंवर, लगे हे सेजरिया सुग्घर
हो निंदरी भांजौ दाई मन भर ,आये हन तोर सेवा बर
 
अंतरा 1
लोरी सुनावत कुनकुन कुनकुन मोहत हे पुरवायी
यहो कईथे रतिहा के अंबल हे सुख से सुतौ महामायी
यहो कौन सुतावन सकही सउहत जागे निद्रा हस दाई
यहो दसो अंगुरिया बिनती करथन रख ले हमरो बड़ाई
हो सोवा पर गे बस्ती भर जागत हव माता काबर
हो गलती ला मोर क्षमा कर पहुड़ो सुख सेज के ऊपर
ऐ मैया ओ तोर जस गावत हौ, मै हर तोला मनाव हौ
ऐ लिमवा के पाना कुंवर लगे हे सेजरिया सुग्घर
निंदरी भांजौ दाई मन भर, आये हन तोर सेवा बर
 
अंतरा 2
अगर कपुर अऊ पान सुपारी नरियर कोनो चघाथे
यहो डंडा सरण परथे देवता मन तोरे जस ला गाथे
यहो तोर आशीष हा फरथे दाई भव सागर नहकाथे
यहो दुखिया सुखिया बड़ हर तिन हा तोर करा गोहराथे
हो देथस तै सब अशीष बरोबर सब के महतारी तै हर
कर मन ला अजय के फरियर बुध देवता रहिबे आगर
ऐ मैया ओ तोर जस गावत हौ, मैं हर तोला मनावत हौ
ऐ लिमवा के पाना कुंवर, लगे हे सेजरिया सुग्घर
निंदरी भांजौ दाई मन भर आये हन तोर सेवा बर
हे मैया ओ तोर जस गावत हौ, मैं हर तोला मनावत हौ

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