🌻जवारा निकल गे – दुकालू यादव 🌻
🌷Jawara Nikal Ge Lyrics🌷
🌺Dukalu Yadav Jas Geet🌺
- गीत : जंवारा निकलगे
- गायक : दुकालू यादव
- गीतकार : दुकालू यादव
- संगीतकार : रामकुमार साहू
- लेबल : सुन्दरानी
स्थायी
ऐ जंवारा निकलगे ऐ जंवारा निकलगे
गंगा विसर्जन होऐ बर जग जोत निकलगे
गंगा विसर्जन होऐ बर जग जोत निकलगे
ऐ जंवारा निकलगे ऐ जंवारा निकलगे
गंगा विसर्जन होऐ बर जग जोत निकलगे
अंतरा 1
पूरब ले निकले हो मईया पश्चिम ले निकले
उत्तर ले निकले हो मईया दक्षिण ले निकले
माता रानी निकलगे, माता रानी निकलगे
गंगा विसर्जन होऐ बर जग जोत निकलगे
अंतरा 2
ब्रम्हा जी आऐ हो मईया विष्णु जी आऐ
बईला मा चढ़ के सउहत शंकर भोला आऐ
देवी देवता जुर गे, देवी देवता जुर गे
गंगा विसर्जन होऐ बर जग जोत निकलगे
अंतरा 3
सादा सादा लुगरा पहिने सातो बहिनियां
बोहे हे जोत जंवारा बाजत हे पैजनियां
कतको देवता झूप गे, कतको देवता झूप गे
गंगा विसर्जन होऐ बर जग जोत निकलगे
अंतरा 4
माता के विसर्जन कर के सगुरी में नहाऐ
धन धन माता कहिके भाग ला सहराऐ
ऐ कोसरिया तर गे, ऐ कोसरिया तर गे
गंगा विसर्जन होऐ बर जग जोत निकलगे
गंगा विसर्जन होऐ बर जग जोत निकलगे
ऐ जंवारा निकलगे ऐ जंवारा निकलगे
गंगा विसर्जन होये बर जग जोत निकलगे