इहि जीव आथे इहि जीव जाथे Ihi Jeev Athe Ihi Jeev Jathe Lyrics – Dukalu Yadav Jas Geet

इहि जीव आथे इहि जीव जाथे – दुकालू यादव 
 Ihi Jeev Athe Ihi Jeev Jathe Lyrics
🌻 New Jas Geet 🌻
  • गीत : इहि जीव आथे इहि जीव जाथे
  • गायक : दुकालू यादव
  • गीतकार : दुकालू यादव
  • संगीतकार : ओ पी देवांगन
  • प्रस्तुति : श्रद्धा विनोद कश्यप
  • लेबल : 360INDIA

 

 

इहि जीव आथे इहि जीव जाथे
इहि जीव दुसर के तन मा समाथे
ये लीला देखौ ऊपर वाला के
कईसे लीला देखाथे
 
स्थायी
इहि जीव आथे इहि जीव जाथे
इहि जीव दुसर के तन मा समाथे
इहि जीव आथे इहि जीव जाथे
इहि जीव दुसर के तन मा समाथे
कोनो बेंदरा भालू बन जाथे
कोनो चिरई बन के उड़ाथे
कोनो बेंदरा भालू बन जाथे
कोनो चिरई बन के उड़ाथे
लीला देखौ ऊपर वाला के 
कईसे लीला देखाथे
लीला देखौ ऊपर वाला के 
कईसे लीला देखाथे
 
अंतरा 1
रंग महल के दस हे दुवारी
कति ले आही यम के सवारी
आज तोर ता कल मोर बारी
आना जाना हे ओ सिर पारी
जेकर दिन हा पुरजाथे
ओकर सुवना हा उड़ाथे
जेकर दिन हा पुरजाथे
ओकर सुवना हा उड़ाथे
लीला देखव ऊपर वाला के 
कईसे लीला देखाथे
लीला देखव ऊपर वाला के 
कईसे लीला देखाथे
 
अंतरा 2
पाप पुन्य के उही लिखईया
उही करम के सजा देवईया
सरग नरग मा उही भेजईया
बही खाता के उही देखईया
ये चोला बदल जाथे 
जीव लहूट लहूट के आथे
ये चोला बदल जाथे 
जीव लहूट लहूट के आथे
लीला देखव ऊपर वाला के 
कईसे लीला देखाथे
लीला देखव ऊपर वाला के 
कईसे लीला देखाथे
 
अंतरा 3
चौरासी के चक्कर लगाबे
जुगती मुक्ति ला समझ नई पाबे
फेर ये तन ल पाबे नई पाबे
माटी के ढेला माटी के हो जाबे 
रइपुरिहा लिख के बताथे
ओला कोसरिया गुनगुनाथे
रइपुरिहा लिख के बताथे
ओला कोसरिया गुनगुनाथे
लीला देखव ऊपर वाला के 
कईसे लीला देखाथे
लीला देखव ऊपर वाला के 
कईसे लीला देखाथे
 
इहि जीव आथे इहि जीव जाथे
इहि जीव दुसर के तन मा समाथे
इहि जीव आथे इहि जीव जाथे
इहि जीव दुसर के तन मा समाथे
कोनो बेंदरा भालू बन जाथे
कोनो चिरई बन के उड़ाथे
कोनो बेंदरा भालू बन जाथे
कोनो चिरई बन के उड़ाथे
लीला देखौ ऊपर वाला के 
कईसे लीला देखाथे
लीला देखौ ऊपर वाला के 
कईसे लीला देखाथे

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