दुर्गा रोत निकले – दुकालू यादव
🌺 Durga Rot Nikle Lyrics 🌺
| Bidai Geet |
🌷Dukalu Yadav Jas Geet🌷
- गीत : दुर्गा रोत निकले
- गायक : दुकालू यादव
- गीतकार : संतोष झारिया
- संगीतकार : दुकालू यादव
- लेबल : चंदन म्यूजिक
स्थायी
महामाई ले जोत निकले
एक नही कई कोत निकले वो
महामाई ले जोत निकले
एक नही कई कोत निकले वो
ये दुर्गा रोत निकले
ये दुर्गा रोत निकले वो
जाना हे नहाए नंदिया रोत निकले
अंतरा 1
कोन माई के गढ़े त्रिशुलिया
कोन माई के हार मईया
कोन माई के हार
यहो कोन माई हा कसे कमरिया
कोन माई हा कसे कमरिया
मारत हे किलकार मईया रोत निकले
ये दुर्गा रोत निकले हो
जाना हे नहाए नंदिया रोत निकले
अंतरा 2
यहो महामाई के गढ़े त्रिशुलिया
शीतला के सोला सिंगार मईया
शीतला के सोला सिंगार
यहो काली माई हा कसे कमरिया
काली माई हा कसे कमरिया
मारत हे किलकार दुर्गा रोत निकले
ये दुर्गा रोत निकले हो
जाना हे नहाए ला नंदिया रोत निकले
अंतरा 3
यहो कोन मईया हे जस के लिखईया
कोन हे पालन हार मईया
कोन हे पालन हार
यहो कोन माई हा गरजे भुईया
कोन माई हा गरजे भुईया
जावै धारे धार दुर्गा रोत निकले
ये दुर्गा रोत निकले हो
जाना हे नहाए ला नंदिया रोत निकले
अंतरा 4
यहो शारदा मईया जस के लिखईया
धरती पालन हार मईया
धरती पालन हार
यहो गंगा मईया गरजे भुईया
जावै धारे धार दुर्गा रोत निकले
ये दुर्गा रोत निकले वो
जाना हे नहाए ला नंदिया रोत निकले
महामाई ले जोत निकले
एक नही कई कोत निकले वो
महामाई ले जोत निकले
एक नही कई कोत निकले वो
ये दुर्गा रोत निकले
ये दुर्गा रोत निकले वो
जाना हे नहाए नंदिया रोत निकले
ये दुर्गा रोत निकले वो
जाना हे नहाए नंदिया रोत निकले वो