अचानकपुर गांव -लिरिक्स प्रेम आनंद चौहान
| Achanakpur Gaon Lyrics |
- गीत : अचानकपुर गांव
- गायक : प्रेम आनंद चौहान,
- गीतकार : प्रेम आनंद चौहान
- संगीतकार : सिराज़ खान
- लेबल : केके कैसेट
स्थायी
कहां मेर होथे अचानपुर गांव
तोला पुछत आहूं गा
जिहा मेर होथे अचानपुर गांव
मोला खोजत आबे ओ
मुंगेली शहर से ते गंगा मे मेला घूमें ला आबे ओ
मुंगेली शहर से ते गंगा मे मेला घूमें ला आहूं गा
अंतरा 1
थाना मुंगेली मोर जिला बिलासपुर अचानकपुर मोर गांव
बीच चौराहा मा पीपर के छंईहा प्रेम आनंद मोर नाव
बीच चौराहा मा पीपर के छंईहा प्रेम आनंद मोर नाव
रतिहा निंद मोला आवै नही दिन कइसे चलाहूं ओ
रतिहा निंद मोला आवै नही दिन कइसे बिताहूं ओ
मुंगेली शहर तेते गंगा घूमे ला आबे ओ
मुंगेली शहर तेते गंगा घूमे ला आबे ओ
अंतरा 2
मै गौरी नारी रे अटल कुंआरी कईसे आहूं तोर गांव मा
दाई ददा के लगे हे पहरा बेडी लगे मोर पांव मा
मै गौरी नारी रे अटल कुंआरी कईसे आहूं तोर गांव मा
दाई ददा के लगे हे पहरा बेडी लगे मोर पांव मा
तोर सूरता के एक एक सपना मन मा सजाहूं गा
तोर सूरता के एक एक सपना मन मा सजाहूं गा
मुंगेली शहर से ते गंगा के मेला घूमे ला आहूं गा
मुंगेली शहर से ते गंगा के मेला घूमे ला आहूं गा
अंतरा 3
बन जा मोर प्रीत के रानी मै तोर प्रेम दीवाना ओ
मिले नही अब अइसन समय तेला फोकट झन गंवा ना ओ
बन जा मोर प्रीत के रानी मै तोर प्रेम दीवाना ओ
मिले नही अब अइसन समय तेला फोकट झन गंवा ना ओ
मिले नही अब अइसन समय तेला फोकट झन गंवा ना ओ
मन बगिया के फूल चिरईया उडत आबे ओ
मन बगिया के फूल चिरईया उडत आबे ओ
मुंगेली शहर से ते गंगा के मेला घूमे ला आबे ओ
मुंगेली शहर से ते गंगा के मेला घूमे ला आबे ओ
कहां मेर होथे अचानपुर गांव
तोला पुछत आहूं गा
जिहा मेर होथे अचानपुर गांव
मोला खोजत आबे ओ
मुंगेली शहर से ते गंगा मे मेला घूमें ला आबे ओ
मुंगेली शहर से ते गंगा मे मेला घूमें ला आहूं गा
मुंगेली शहर से ते गंगा मे मेला घूमें ला आबे ओ
मुंगेली शहर से ते गंगा मे मेला घूमें ला आहूं गा
घूमें ला आबे ओ