तोर चरण पखारी लेतेव दाई
Tor Charan Pakhari letev Dai Lyrics
- गीत : तोर चरण पखारी लेतेव दाई
- गायक : कान्तिकार्तिक यादव
- गीतकार : मौनी लाला
- संगीतकार : ओपी देवांगन
स्थायी
तोर चरण पखारी लेतेव दाई छतिया के थारी मा
तोर चरण पखारी लेतेव माता छतिया के थारी मा
नैन नीर गंगा जल हे
नैन नीर गंगा जल हे पंचरतन अटारी मा
अंतरा 1
का करनी का करम गति हे मनखे तन ला पाये हौ
माया नगरी के माया ला देखत मै हा भूलाये हौ
दया दान अउ धरम करम ला स्वारथ मा अपनाये हौ
धन हे तन के मंद मति हर मया मा लपटाये हौ
मन के आसा तन ले भागे
मन के आसा तन ले भागे पाख अंधियारी मा
तोर चरण पखारी लेतेव दाई छतिया के थारी मा
तोर चरण पखारी लेतेव माता छतिया के थारी मा
अंतरा 2
आगेव गौना पाख परब हा मन भक्ती मा जागे जी
जागे ते भागे सउहे पागे पावत सुध बिसरागे जी
लाई लिगरी चारी चुगली मा सइघो दिन हा पहागे जी
मान पान के आसा के पासा फेकत गा बउरागे जी
सुआरथ के काजर आंजे
सुआरथ के काजर आंजे तिलक कपाली मा
तोर चरण पखारी लेतेव दाई छतिया के थारी मा
तोर चरण पखारी लेतेव माता छतिया के थारी मा
अंतरा 3
पंच रतन के छतिया थारी नयन के बाती बराये हे
तोर रंगनी के रंग मा रंग के मुसुर मुसुर मुस्काये हे
आदि शक्ति महामायी के रूप सउहे जनाये हे
हे परकिरती जगत के माता मन हर आस लगाये हे
दया मया अउ पियर चांउर
दया मया अउ पियर चांउर आरती के थारी मा
तोर चरण पखारी लेतेव दाई छतिया के थारी मा
तोर चरण पखारी लेतेव माता छतिया के थारी मा
अंतरा 4
रीति नीति अउ पिरिती देखनी देखन देखाथे गा
कान्तिकार्तिक माता मंदिर मा अरजी अपन लगाथे गा
माया महतारी हावे पियारी सब बर मया लुटाथे गा
अंधरा खोरवा लुलवा मन ला दरस के सुख वो देखाथे गा
मौनी लाला तीरथ परे हे
मौनी लाला तीरथ परे हे दाई तोर दुआरी मा
तोर चरण पखारी लेतेव दाई छतिया के थारी मा
तोर चरण पखारी लेतेव माता छतिया के थारी मा
नैन नीर गंगा जल हे
नैन नीर गंगा जल हे पंच रतन अटारी मा
तोर चरण पखारी लेतेव दाई छतिया के थारी मा
तोर चरण पखारी लेतेव माता छतिया के थारी मा