मनुष जनम अनमोल रे – साई भजन
Manush Janam Anmol Re Lyrics in Hindi
Sai Bhajan Lyrics
मनुष जनम अनमोल रे मिट्टी में ना रोल रे
अब जो मिला है फिर ना मिलेगा
कभी नही कभी नही कभी नही रे
मनुष जनम अनमोल रे मिट्टी में ना रोल रे
अब जो मिला है फिर ना मिलेगा
कभी नही कभी नही कभी नही रे
अंतरा 1
तू सत्संग में आया कर गीत प्रभू के गाया कर
सांझ सवेरे बैठ के बंदे ध्यान प्रभू के लगाया कर
तू सत्संग में आया कर गीत प्रभू के गाया कर
सांझ सवेरे बैठ के बंदे ध्यान प्रभू के लगाया कर
नही लगता कुछ मोल रे मिट्टी में ना रोल रे
अब जो मिला है फिर ना मिलेगा
कभी नही कभी नही कभी नही रे
अंतरा 2
तू है बुदबुदा पानी का मत कर जोर जवानी का
सोच समझकर चल ना रे बंदे पता नही जिनगानी का
तू है बुदबुदा पानी का मत कर जोर जवानी का
सोच समझकर चल ना रे बंदे पता नही जिनगानी का
सबसे मिठा बोल रे मिट्टी मे ना रोल रे
अब जो मिला है फिर ना मिलेगा
कभी नही कभी नही कभी नही रे
अंतरा 3
मतलब का संसार है इसका क्या ऐतबार है
सम्भल सम्भल कर कदम रखो फूल नही अंगार है
मन की आंखे खोल रे मिट्टी मे ना रोल रे
अब जो मिला है फिर ना मिलेगा
कभी नही कभी नही कभी नही रे
मनुष जनम अनमोल रे मिट्टी मे ना रोल रे
अब जो मिला है फिर ना मिलेगा
कभी नही कभी नही कभी नही रे
❇️ ॐ साई नमो नमः ❇️
❇️ श्री साई नमो नमः ❇️