- गीत – ए रानी रे तोर बिना जिनगी
- स्वर – किसन सेन
- गीतकार – किसन सेन
- संगीत – राजा मानिकपुरी
- लेबल – किसन पूनम
स्थायी
ए रानी रे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
ए रानी रे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
तोला अब मैं देखे बिना रे
मुश्किल हे मोर जीना रे
तोला अब मैं देखे बिना रे
मुश्किल हे मोर जीना रे
बढ़ गे पीरा मोर सहंव कईसे
बढ़ गे पीरा मोर सहंव कईसे
ए रानी रे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
ए रानी रे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
अंतरा 1
हाय रे का करम कमाई मया बिछड़गे मोर
तहूं कईसे सुखी रईबे रे तरसबे मया बर मोर
जब जब मोर मया जलाही बरसही बादर हा वो
तन के कईसे अगगन बुझाही दुरिहा हे सजन हा मोर
हाय रे का करम कमाई मया बिछड़गे मोर
तहूं कईसे सुखी रईबे रे तरसबे मया बर मोर
जब जब मोर मया जलाही बरसही बादर हा वो
तन के कईसे अगगन बुझाही दुरिहा हे सजन हा मोर
अब मोला तही बता रे
तोर बिना मोर कोन इहा रे
अब मोला तही बता रे
तोर बिना मोर कोन इहा रे
कोन ला नजर भर देखौ कईसे
कोन ला नजर भर देखौ कईसे
ए रानी रे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
ए रानी रे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
अंतरा 2
जब तक ये सांसा चलही मया हा सताही तोर
हर पल बस तड़पत रईहू दुख हा नई सहाही वो
मिटा दुहु तन ला मोरे मैं तभे सुख पाही वो
सुन के मोर मरे के खबर ल तन हा जुड़ाही तोर
जब तक ये सांसा चलही मया हा सताही तोर
हर पल बस तड़पत रईहू दुख हा नई सहाही वो
मिटा दुहु तन ला मोरे मैं तभे सुख पाही वो
सुन के मोर मरे के खबर ल तन हा जुड़ाही तोर
जग बैरी समझ नई पाही
मया के मोर हांसी उड़ाही
जग बैरी समझ नई पाही
मया के मोर हांसी उड़ाही
किसन के मया अधूरा रईगे
किसन के मया अधूरा रईगे
ए रानी रे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
ए रानी रे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
तोला अब मैं देखे बिना रे
मुश्किल हे मोर जीना रे
तोला अब मैं देखे बिना रे
मुश्किल हे मोर जीना रे
बढ़ गे पीरा मोर सहंव कईसे
बढ़ गे पीरा मोर सहंव कईसे
ए रानी रे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
ए रानी रे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
तोर बिना जिनगी जीयव कईसे
हां तोर बिना जिनगी जीयव कईसे